रियाणा बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली और चर्चित सिंगर रॉकी मित्तल के खिलाफ हिमाचल प्रदेश के धर्मपुर पुलिस थाना में गैंगरेप और ब्लैकमेलिंग का मामला दर्ज होने से प्रदेश की राजनीति में भूचाल आ गया है। मामला बेहद गंभीर है, लेकिन इसके पीछे की कथित साजिश ने इसे और भी पेचीदा बना दिया है।

क्या है मामला?

पीड़िता ने आरोप लगाया है कि 3 जुलाई 2023 को वह और उसकी सहेली हिमाचल प्रदेश के कसौली घूमने गई थीं। शाम के समय कसौली के होटल रोज कॉमन के पास टहलते हुए उनकी मुलाकात दो लोगों से हुई, जिन्होंने खुद को राजनेता और सिंगर बताया।

आरोप है कि दोनों ने उन्हें गुमराह कर होटल के अंदर बुलाया, जबरन शराब पिलाई और सरकारी नौकरी और म्यूजिक एलबम में रोल देने का वादा किया। इसके बाद उनके साथ दुष्कर्म किया गया और अश्लील वीडियो व तस्वीरें बनाकर उन्हें धमकाया।

महिला ने बताया कि दो महीने पहले उन्हें पंचकूला बुलाकर झूठे केस में फंसाने की कोशिश की गई। घटना की शिकायत उन्होंने 13 दिसंबर 2024 को कसौली पुलिस थाना में दर्ज करवाई।

रॉकी मित्तल का दावा

सिंगर रॉकी मित्तल ने इस पूरे मामले को राजनीतिक साजिश करार दिया है। उन्होंने कहा,

मैं कसौली जरूर गया था, लेकिन बड़ौली अलग होटल में रुके थे। मुझे सितंबर से ब्लैकमेल और बड़ौली के खिलाफ गवाही देने का दबाव बनाया जा रहा है। जब मैंने झूठ बोलने से इनकार किया, तो मुझे इस मामले में फंसा दिया गया। यह साजिश सोनीपत के भाजपा नेता अमित बिंदल ने रची है। उन्होंने दावा किया की उनके पास रिकॉर्डिंग भी है। 

कौन हैं अमित ?

इस पुरे मामले में अमित नाम उभरकर आया है। रॉकी मित्तल ने आरोप लगाया है कि अमित बिंदल, जो सोनीपत से भाजपा के नेता हैं, ने टिकट कटने के बाद बड़ौली और मित्तल (उनके) के खिलाफ यह साजिश रची। वहीं दर्ज एफआईआर में भी रेप का आरोप लगाने वाली महिला ने कहा है, की वो अपने सोनीपत के अमित नामक व्यक्ति के साथ कसौली घूमने गई थी। 

मोहन लाल बड़ौली हरियाणा भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष और सोनीपत जिले की राई विधानसभा सीट से विधायक हैं। आरएसएस से जुड़े रहे बड़ौली को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के बाद प्रदेशाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। जिस समय की घटना बताई जा रही है उस समय वो राई से विधायक थे। 

मोहन लाल बड़ौली का नाम एक ईमानदार और सरल नेता के रूप में जाना जाता है। लेकिन इस घटना ने उनकी छवि पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

कांग्रेस का हमला

कांग्रेस नेताओं ने इस मुद्दे को जोरदार ढंग से उठाते हुए भाजपा की नैतिकता पर सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस नेताओं ने कहा,

"यह भाजपा की असलियत है। पार्टी के बड़े नेता और उनके करीबी इस तरह के मामलों में शामिल हैं। भाजपा को इस पर जवाब देना होगा।"

पुलिस जांच 

हिमाचल प्रदेश पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। एसपी सोलन गौरव सिंह ने पुष्टि की है कि आरोपियों से पूछताछ के लिए नोटिस भेजा जा रहा है।

विशेषज्ञों की राय

इस पूरे मामले को विश्लेषक गंभीर साजिश और आपसी प्रतिद्वंद्विता के रूप में देख रहे हैं।

कानूनी विशेषज्ञ मानते हैं कि,  अब तक जो जानकारी मिली है उनके अनुसार, इन आरोपों को साबित करना पुलिस के लिए काफी मुश्किल साबित होगा।  घटना लगभग डेढ़ वर्ष पुरानी है तथा महिला भी मेडिकल करवाने से इंकार कर चुकी है। अगर आरोप झूठे साबित होते हैं, तो यह राजनैतिक चरित्र हनन का बड़ा उदाहरण होगा।

वहीँ,राजनीतिक विशेषज्ञ इसे चुनावी समीकरणों और आंतरिक गुटबाजी से जोड़कर देख रहे हैं। उनके अनुसार, इस समय हरियाणा बीजेपी के सांगठनिक चुनाव हो रहे हैं,  मंडल तथा जिला अध्यक्ष चुने जाने के बाद प्रदेश अध्यक्ष चुना जाना है। मोहन लाल बड़ौली को दोबारा प्रदेश अध्यक्ष बनने से रोकने के लिए यह पूरा मामला गरमाया गया नजर आता है। 

यह मामला न केवल हरियाणा की राजनीति बल्कि भाजपा के लिए के लिए मुश्किल समय लेकर आया है। क्या यह वाकई साजिश है, जैसा रॉकी मित्तल दावा कर रहे हैं, या फिर आरोपियों पर लगे आरोप सच हैं?

सच चाहे जो भी हो, यह मामला हरियाणा की राजनीति में गहराई से जुड़े सियासी और नैतिक सवालों को उजागर कर रहा है।